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जुकाम क्या है: कारण, लक्षण और बचाव के उपाय

Medically Approved by Dr. Seema

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जुकाम (Cold) एक बहुत ही आम वायरल संक्रमण है जिससे रोज ही दुनिया भर में करोड़ों लोग प्रभावित होते हैं। इसे आम भाषा में सर्दी लगना भी कहते हैं। जुकाम बहुत ही आम समस्या है और जुकाम के लक्षण (जुकाम के लक्षण) काफी हल्के होते हैं लेकिन अगर ये गंभीर हो जाएं तो डेली लाइफ को अस्त व्यस्त कर डालता है। जुकाम के लक्षणों को सही समय पर पहचान कर इसका इलाज करने और इससे बचने के उपाय (जुकाम का घरेलू उपाय) अपनाने पर इसे नियंत्रित किया जा सकता है। इस लेख में जानते हैं कि जुकाम क्या है और इसके लक्षण (जुकाम के लक्षण) क्या हैं। साथ ही जानेंगे जुकाम के कारण और जुकाम के इलाज के बारे में जानकारी।

 

जुकाम क्या होता है ?

जुकाम को आम भाषा में सामान्य सर्दी खांसी कहा जाता है। ये एक सामान्य वायरल संक्रमण है जो नाक और गले को मुख्य रूप से प्रभावित करता है। जुकाम के वायरस श्वसन तंत्र पर हमला करते हैं औऱ इससे नाक बंद (जुकाम के लक्षण) होती है या बहनी शुरू हो जाती है। हालांकि आमतौर पर जुकाम हल्का होता है लेकिन कई बार ये संक्रामक हो जाता है। जुकाम का संक्रमण आमतौर पर सात से दस दिन में बिना उपचार के ठीक हो जाता है। लेकिन कई बार इसके लक्षणों के बिगड़ने (जुकाम होने के नुकसान) पर दूसरी कई दिक्कतें (बार बार जुकाम होने पर क्या करें) पैदा हो सकती हैं।

 

जुकाम क्यों होता है ?

सामान्य जुकाम सर्दी खांसी पैदा करने वाले वायरस के हमले के चलते होता है। इन वायरस में राइनोवायरस सबसे आम है जिससे सबसे ज्यादा लोग प्रभावित होते हैं। जुकाम पैदा करने वाले अन्य वायरस में कोरोना वायरस, एडेनो वायरस और रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस शामिल हैं। जुकाम संक्रामक (जुकाम होने के नुकसान) होता है और संक्रमित व्यक्ति से आसानी से दूसरे व्यक्ति तक फैल जाता है। जुकाम का संक्रमण इन तरीकों से फैल सकता है –

 

  1. संक्रमित व्यक्ति के छींकने, खांसने या ड्रॉपलेट्स के जरिए।
  2. संक्रमित व्यक्ति के छूने और उससे हाथ मिलाने से भी जुकाम का वायरस फैल सकता है।
  3. संक्रमित और दूषित सरफेस यानी जगहों को हाथ लगाने के बाद इन हाथों को मुंह, नाक पर लगाने से भी जुकाम का वायरस फैल सकता है।

 

जुकाम के लक्षण किस तरह दिखते हैं?

जुकाम के लक्षण हर व्यक्ति में अलग अलग दिख सकते हैं। जुकाम के लक्षण आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के पहले दिन से लेकर तीसरे दिन तक दिखने शुरु हो जाते हैं। आमतौर पर ये लक्षण इतने हल्के होते हैं कि इन्हें किसी उपचार की जरूरत नहीं होती है और ये सात से दस दिन के भीतर खुद ही ठीक हो जाते हैं। जुकाम के लक्षण इस प्रकार हैं।

 

  1. नाक बहना– नाक बहना जुकाम का पहला लक्षण है। नाक से लगातार पानी बहने लगता है।
  2. नाक में बलगम भरा होना– नाक में बगलम और कफ भर जाता है। जुकाम के वायरस का हमला होने पर नाक के म्यूकस यानी नली में सूजन आ जाती है जिससे नाक में बलगम भर जाता है।
  3. गले में खराश होना– ये जुकाम का शुरूआती लक्षण है। इसमें गले में खराश और जलन होने लगती है। गले में कुछ फंसने जैसा महसूस होता है।
  4. बार बार छींक आना– नाक के रास्ते में जलन करने वाली प्रोसेस के चलते बार बार छींक आती है। इसी छींक के जरिए वायरस दूसरों को भी तेजी से प्रभावित करता है।
  5. बदन दर्द– जुकाम के चलते बदन में दर्द होने लगता है और थकान हावी होने लगती है।
  6. हल्का बुखार– जुकाम का असर ज्यादा होने पर व्यक्ति को कई बार हल्का बुखार भी होने लगता है।

 

बार बार जुकाम क्यों होता है?

कई बार जुकाम एक बार होने के बाद कुछ दिन बार दुबारा हो जाता है। ऐसे में लोग सोचने पर मजबूर होते हैं कि बार बार जुकाम (जुकाम होने के नुकसान) क्यों होता है। बार बार जुकाम होने के कुछ कारण हैं जैसे कमजोर इम्यून सिस्टम, वबैक्टीरियल संक्रमण, ववायरल संक्रमण का हमला, किसी तरह की एलर्जी, कम टेंपरेचर में ज्यादा वक्त बिताना, असंतुलित डाइट या फिर कम हाइजीन वाले माहौल में रहना। इन वजहों से बार बार जुकाम होने के (बार बार जुकाम होने पर क्या करें) रिस्क बढ़ जाते हैं।

 

जुकाम से किस तरह बचाव किया जा सकता है?

देखा जाए तो फिलहाल जुकाम के लिए कोई टीका यानी वैक्सीनेशन उपलब्ध नहीं है। इसे कुछ दवाओं या फिर जुकाम के घरेलू उपायों की मदद से नियंत्रित (जुकाम कैसे ठीक होगा) किया जा सकता है। इसके साथ साथ जुकाम के वायरस को फैलने से रोकने के लिए इन उपायों की मदद ली जा सकती है।

 

  1. पर्याप्त हाईजीन– स्वच्छ माहौल में रहना जुकाम से बचने के लिए बहुत जरूरी है। अपने हाथों को बार बार साबुन से धोएं। पब्लिक प्लेस पर जाते समय मास्क का उपयोग करें।
  2. संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें– जुकाम से बचाव के लिए संक्रमित और बीमार व्यक्ति से दूरी बनाकर रखना जरूरी है। संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने से वायरस फैल सकता है।
  3. बार बार चेहरे को हाथ न लगाएं– अपने हाथों को बार बार चेहरे पर लगाने से बचें। गंदी और संक्रमित सतहों को छूने के बाद चेहरे पर हाथ लगाने से जुकाम का वायरस प्रभावित करता है।

 

देखा जाए तो जुकाम के चलते लोग अक्सर सर्दी और खांसी से पीड़ित रहते हैं। हालांकि ये हल्का होता है लेकिन इसके चलते रोजमर्रा के कामकाज में दिक्कत आती है। कई बार जुकाम का संक्रमण गहरा होने पर दूसरी कई दिक्कतें पैदा होने के रिस्क बढ़ जाते हैं। ऐसे में जुकाम के लक्षण दिखने पर डॉक्टरी परामर्श (जुकाम के इलाज के बारे में जानकारी) लिया जा सकता है। सुरक्षित औऱ सटीक टेस्ट के लिए डॉ. लाल पैथलेब्स में शैड्यूल बुक करें। शैड्यूल बुक करने के लिए डडॉ. लाल पैथलैब्स का ऐप डाउनलोड करें।

 

FAQ

आमतौर पर जुकाम का संक्रमण कितने दिनों तक रहता है?
सर्दी जुकाम का संक्रमण आमतौर पर सात दिन से दस दिन तक रहता है। लेकिन इसके लक्षण जैसे खांसी होना, नाक बहना या नाक बंद होना काफी लंबे समय तक दिखते रहते हैं।

 

सर्दी जुकाम होने पर डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
अगर जुकाम के लक्षण दस दिन के बाद भी दिख रहे हैं तो डॉक्टर परामर्श (बार बार जुकाम होने पर क्या करें) जरूरी हो जाता है। इसके अलावा अगर तेज बुखार, बदन दर्द, सीने में दर्द या सांस लेने में तकलीफ हो रही हो (जुकाम के लक्षण) तो डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए।

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