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त्वचा संक्रमण: कारण लक्षण और उपचार

Medically Approved by Dr. Seema

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twacha-sankramanत्वचा या स्किन हमारे शरीर का एक सबसे बड़ा अंग कहलाती है। इसका मुख्य काम शरीर को बाहरी संक्रमण और रोगाणुओं से बचाना है। लेकिन कई बार शरीर त्वचा के संक्रमण का शिकार हो जाता है। त्वचा का संक्रमण (skin infections) ऐसी स्थिति है जिसमें हानिकारक वायरस, बैक्टीरिया, फंगस या परजीवी त्वचा में घुस कर उसे संक्रमित कर डालते हैं। देखा जाए तो दुनिया भर में बहुत सारे लोग स्किन के इंफेक्शन से पीड़ित हैं। स्किन इंफेक्शन के कई मामले हल्के होते हैं और कुछ ही दिनों में ठीक हो जाते हैं, जबकि इसके कुछ मामले समय पर उपचार न मिलने के कारण गंभीर हो जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि त्वचा संक्रमण के लक्षणों को समय रहते पहचान कर सही इलाज किया जाए। इस लेख में जानते हैं कि त्वचा का संक्रमण (skin infections) क्या है और चमड़ी में इंफेक्शन के लक्षण कारण और उपचार क्या हैं।

चमड़ी में इंफेक्शन क्या है?

त्वचा संक्रमण फंगस, बैक्टीरिया, रोगाणुओं और परजीवी के हमले के चलते होता है। जब ये रोगाणु और कीटाणु त्वचा (skin infection in Hindi) में प्रवेश कर जाते हैं तो त्वचा संक्रमित हो जाती है। हानिकारक वायरस, बैक्टीरिया, कीटाणु, परजीवी त्वचा पर घाव, कट या किसी खरोंच के जरिए त्वचा के अंदर प्रवेश कर जाते हैं और स्किन इंफेक्शन का खतरा पैदा (skin infections) हो जाता है। हालांकि सामान्य और हल्के स्किन इंफेक्शन सही देखभाल और दवा के बाद ठीक हो जाते हैं लेकिन कई बार लक्षणों की पहचान देर से होने पर इनके इलाज (skin infection treatment) में देर होती है और संक्रमण गंभीर हो जाता है।

स्किन इंफेक्शन क्यों होता है?

स्किन इंफेक्शन (skin infections) आमतौर पर कीटाणु, बैक्टीरिया, फंगस या रोगाणुओं के त्वचा में प्रवेश के कारण होता है। ये कीटाणु कई तरीकों से त्वचा के संपर्क में आते हैं। त्वचा में संक्रमण (skin infection in hindi) होने पर स्किन संबंधी दिक्कतें जैसे त्वचा पर दाने, खुजली, फोड़े, जलन और सूजन होने लगती हैं।

चमड़ी का इंफेक्शन कितने प्रकार का होता है?

स्किन इंफेक्शन के कई कारण हो सकते हैं जो इस प्रकार हैं –

  1. जीवाणु संक्रमण (Bacterial infections) – बैक्टीरियल इंफेक्शन तब होता है जब त्वचा पर किसी तरह का घाव, जख्म या कट लगने पर बैक्टीरिया त्वचा में प्रवेश कर जाते हैं। बैक्टीरियल इंफेक्शन इम्पेटिगो, फोलिकुलाइटिस, और सेल्युलाइटिस आदि के रूप में सामने आता है।
  2. वायरल संक्रमण (Viral infections) – वायरल त्वचा इंफेक्शन तब होता है जब व्यक्ति किसी संक्रमित मरीज के संपर्क में आता है। इसके अलावा हवा में मौजूद ड्रॉपलेट्स यानी बूंदों के जरिए भी वायरल त्वचा संक्रमण हो सकता है। वायरल स्किन इंफेक्शन चिकनपॉक्स, मोलस्कम, और हर्पीज के रूप में दिखता है।
  3. फंगल इंफेक्शन (Fungal infections) – त्वचा का फंगल इंफेक्शन शरीर के उन हिस्सों में होता है जो गर्म और नमी से भरे होते हैं। जैसे त्वचा की सिलवटें, अंडर आर्म्स, नाखून, पैर आदि। त्वचा का फंगल इंफेक्शन रिंगवर्म, एथलीट फुट, और यीस्ट इंफेक्शन के रूप में दिखता है।
  4. परजीवी संक्रमण (Parasitic infections) – जूं या घुन जैसे परजीवियों के चलते होने वाले चमड़ी के इंफेक्शन को परजीवी त्वचा संक्रमण कहते हैं। इस इंफेक्शन के चलते स्किन पर छोटे छोटे लाल चकत्ते होने लगते हैं जो रात के समय काफी खुजली करते हैं। परजीवी संक्रमण में स्कैबीज एक आम संक्रमण है।

त्वचा संक्रमण के रिस्क फैक्टर क्या हैं?

त्वचा का संक्रमण (skin infections) बैक्टीरिया, फंगस और परजीवियों के कारण होता है। कुछ खास परिस्थितियों में त्वचा के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इस संक्रमण के रिस्क फैक्टर यानी जोखिम कारक इस प्रकार हैं –

  1. कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग – ऐसे लोग जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है।
  2. ऐसे लोग जिन्हें स्किन संबंधी पुरानी बीमारियां हैं।
  3. ऐसे लोग जिनकी त्वचा अक्सर नम और गीली रहती है।
  4. ऐसे लोग जिन्हें ज्यादा पसीना आता है।
  5. ऐसे लोग जो हाइजीन यानी स्वच्छता की आदतों का पालन नहीं करते हैं।

ध्यान रहे कि ये सभी स्थितियां शरीर के इम्यून सिस्टम को कमजोर करती हैं जिनसे ये लोग त्वचा संक्रमण (skin infections) की चपेट में दूसरों की अपेक्षा जल्दी आते हैं।

स्किन इंफेक्शन के लक्षण क्या हैं?

स्किन इंफेक्शन (skin infection symptoms) के लक्षण संक्रमण के कारणों के आधार पर अलग अलग लोगों में अलग अलग दिख सकते हैं। स्किन इंफेक्शन के कुछ सामान्य लक्षण (skin infection symptoms) इस प्रकार हैं –

  1. त्वचा का लाल होना (Redness of the skin)
  2. त्वचा में खुजली होना (Itching and irritation on the skin)
  3. त्वचा पर रेशेज (Rashes on the skin)
  4. त्वचा पर सूजन आना (Swelling or tenderness in the affected area)
  5. त्वचा पर दर्द होना (Pain in the skin)
  6. त्वचा में जलन होना (Burning sensation in the skin)
  7. त्वचा पर मवाद और फफोले दिखना (Pus, bumps and blisters appear on the skin)
  8. त्वचा पर पपड़ी जमना (Scab formation on the skin)
  9. त्वचा का फटना (Cracking of the skin)
  10. त्वचा का सूखा और दरदरा होना (Dry and rough skin)
  11. बुखार आना (Fever)

त्वचा संक्रमण की जांच किस तरह की जाती है?

त्वचा संक्रमण के लक्षणों के आधार पर इसके उपचार (skin infection treatment) के लिए त्वचा की बारीकी से जांच की जाती है। इस संक्रमण की जांच इस प्रकार की जाती है –

  1. स्किन बायोप्सी (Skin Biopsy)– त्वचा का एक छोटा सा टुकड़ा निकाल कर लैब में माइक्रोस्कोप के जरिए इसकी जांच की जाती है।
  2. पैच टेस्ट (Patch testing) – त्वचा पर होने वाली एलर्जी की जांच करने के लिए पैच टेस्ट किया जाता है। इस टेस्ट में त्वचा पर विभिन्न पदार्थों का पैच लगाया जाता है ताकि ये पता चल सके कि कहीं त्वचा की एलर्जी तो संक्रमण का कारण नहीं है।
  3. त्जैंक टेस्ट (Tzanck test)– हर्पीज जैसे स्किन इंफेक्शन की जांच के लिए त्वचा पर पड़े किसी दाने या फफोले की जांच की जाती है।

ऊपर लिखे सभी टेस्ट के जरिए ही डॉक्टर त्वचा के संक्रमण और इसके कारणों की पहचान करके उपचार का तरीका अपनाते हैं।

त्वचा संक्रमण से बचाव कैसे कर सकते हैं?

हालांकि त्वचा का संक्रमण काफी आम है लेकिन हाइजीन यानी स्वच्छता का पालन करके और लाइफस्टाइल संबंधी कुछ आदतों में बदलाव करके इससे बचाव किया जा सकता है। इससे बचाव के तरीके इस प्रकार हैं –

  1. नियमित रूप से स्नान करें
  2. अपने आस पास सफाई का ध्यान रखें
  3. निजी हाइजीन को लेकर सतर्क रहें
  4. दूसरे की निजी वस्तुओं जैसे तौलिया, अंदरूनी कपड़े साझा करने से बचें।
  5. त्वचा पर घाव होने पर उसे ढकें और जल्द उपचार करें
  6. वायरल संक्रमण से बचाव के लिए टीका लगवाएं

अगर किसी व्यक्ति को त्वचा के संक्रमण के लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत डॉक्टरी परामर्श लें। डॉक्टरी परामर्श के बाद डॉ. लाल पैथलैब्स में एलर्जी टेस्टट बुक करें। टेस्ट बुक करने के लिए डडॉ. लाल पैथलैब्स का ऐप डाउनलोड करें।

FAQ

क्या त्वचा के सभी संक्रमण संक्रामक होते हैं?

नहीं, त्वचा के सभी संक्रमण संक्रामक नहीं होते हैं। कुछ फंगल या बैक्टीरियल इंफेक्शन सीधे संपर्क, निजी चीजों को साझा करने से फैल सकते हैं।

क्या चमड़ी का इंफेक्शन खुद ठीक हो जाता है?

त्वचा के हल्के संक्रमण उचित सफाई व्यवस्था बनाए रखने और इलाज के बाद कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं। कुछ संक्रमण लंबे समय तक दिखते हैं जिनके लिए डॉक्टरी परामर्श (skin infection treatment) की जरूरत महसूस होती है।

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