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कैंसर के प्रकार और उनके लक्षण: कारण, निदान और उपचार

Medically Approved by Dr. Seema

Table of Contents

कैंसर (Cancer in Hindi) एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है जो कई रूपों में शरीर पर हमला करती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की अन्तरराष्ट्रीय कैंसर अनुसंधान एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में हर पांच में से एक व्यक्ति अपने जीवनकाल में कैंसर का शिकार बनता है। इस अनुपात से देखा जाए तो दुनिया भर में कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी तेजी से फैल रही है। कैंसर ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर की कोशिकाएं जेनेटिक म्यूटेशन के चलते असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं और इससे शरीर के अंगों, टिश्यूज और खून को नुकसान होता है। कैंसर अपने गंभीर स्टेज में पहुंचने पर जानलेवा हो जाता है इसलिए कैंसर के लक्षण को समय रहते पहचान कर इसका उचित उपचार काफी महत्वपूर्ण है।

 

इस लेख में जानते हैं कैंसर के लक्षण (Cancer Symptoms), कैंसर के प्रकार (Types of Cancer in Hindi), कैंसर के रिस्क, कैंसर की जांच और इसके उपचार और रोकथाम को लेकर सब कुछ:-

 

कैंसर किसे कहते हैं?

कैंसर किसे कहते हैं, अधिकतर लोग इसके बारे में नहीं जानते है और जानकारी के अभाव में कैंसर के लक्षण को नजंरदाज कर बैठते हैं। कैंसर एक ऐसा गंभीर डिस्ऑर्डर है जो शरीर में जेनेटिक म्यूटेशन के चलते होता है। जेनेटिक म्यूटेशन के कारण शरीर में कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं और इनके बढ़ने से शरीर में ट्यूमर बन जाता है। ये ट्यूमर घातक होकर पूरे शरीर में फैल जाता है और शरीर के कामकाज को प्रभावित करता है जिससे कैंसर के लक्षण दिखने लगते हैं।

 

कैंसर के कई कारण हैं जो जेनेटिक म्यूटेशन का कारण बनते हैं। कैंसर का रिस्क पैदा करने वाले कारण इस प्रकार हैं –

  • पारिवारिक इतिहास
  • शराब का सेवन
  • निकोटीन और तंबाकू का सेवन
  • रेडिएशन और टॉक्सिन के संपर्क में आना
  • कुपोषण
  • शरीर में पहले से मौजूद डिस्ऑर्डर

 

कैंसर के लक्षण क्या हैं?

कैंसर के लक्षण उसके प्रकार, मरीज की अवस्था और कैंसर की स्टेज के अनुसार हर व्यक्ति में अलग अलग दिख सकते हैं। कैंसर के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं –

 

कैंसर के लक्षण (Cancer Symptoms) –

  1. थकान
  2. भूख मर जाना
  3. शरीर में लगातार दर्द रहना
  4. इम्यून सिस्टम का कमजोर होना
  5. अचानक वजन में कमी आना
  6. स्किन पर गांठ पड़ना
  7. स्किन पर असामान्य तिल या उभार दिखाई देना
  8. लगातार खांसी आना
  9. आवाज में परिवर्तन होना
  10. शरीर से असामान्य ब्लीडिंग होना

 

कैंसर के प्रकार कितने होते हैं?

कैंसर के प्रकार (Types of cancer in Hindi) की जांच शरीर में ट्यूमर की उत्पत्ति के आधार पर की जाती है। कैंसर को मोटे तौर पर कई प्रकारों में रखा जा सकता है। कैंसर के प्रकार (Types of Cancer in Hindi) इस प्रकार हैं –

 

  1. कार्सिनोमा – ये ट्यूमर शरीर की एपिथिलिएल कोशिकाओं (epithelial cell) में होता है जो शरीर के अंग और त्वचा की बाहरी परत को बनाती हैं। इसलिए इस ट्यूमर के चलते कैंसर शरीर के अंगों औऱ बाहरी त्वचा पर होता है। जैसे फेफड़ों का कैंसर, स्तन कैंसर और पेट का कैंसर। कार्सिनोमा के चलते ही कोलोरेक्टल कैंसर होता है। कोलोरेक्टल कैंसर के लक्षण शुरूआत में काफी कम दिखते हैं।
  2. सार्कोमा – इस कैंसर का ट्यूमर हड्डियों, मांसपेशियों औऱ कनेक्टिंग टिश्यूज में होता है।
  3. ल्यूकेमिया – इस कैंसर का ट्यूमर खून और बोन मेरो यानी अस्थि मज्जा में होता है। जैसे ब्लड कैंसर।
  4. लिम्फोमा – कैंसर के प्रकार में लिम्फोमा भी शामिल है जिसमें ट्यूमर सफेद रक्त कोशिकाओं और बॉडी फ्लुइड का उत्पादन करने वाले क्षेत्रों में होता है। इसमें शुरुआत में सूजन आती है और रात में पसीना आता है। इससे शरीर का इम्यून सिस्टम प्रभावित होता है।
  5. मेलानोमा – त्वचा की कोशिकाओं में होने वाला ट्यूमर स्किन कैंसर का कारण बनता है।
  6. मायलोमा – बोन मेरो में होने वाला ट्यूमर जो प्लाजमा कोशिकाओं को म्यूटेट करता है। इससे हड्डियों में दर्द होता है और फ्रैक्चर होने लगता है।

 

कैंसर की जांच कैसे की जाती है?

कैंसर बीमारी के लक्षण अगर समय रहते पहचान लिए जाएं तो इसका इलाज काफी हद तक आसान हो सकता है। कैंसर की जांच के लिए कैंसर स्क्रीनिंग और पूरे शरीर की स्कैनिंग की जाती है। इसके जरिए कैंसर के रिस्क को जल्दी पहचाना जा सकता है। कैंसर की जांच के लिए कुछ खास तरीके अपनाए जाते हैं –

  1. ब्लड और यूरिन का सैंपल लेना
  2. सीटी, एमआरआई और पीईटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड व एक्सरे
  3. सर्जरी या सीरिंज के जरिए बायोप्सी
  4. आनुवांशिक कैंसर का पता करने के लिए जेनेटिक टेस्टिंग
  5. एंडोस्कोपी

 

कैंसर का मैनेजमेंट और रोकथाम कैसे की जा सकती है?

देखा जाए तो कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी में मरीज की कंडीशन और उसकी जरूरतों को देखते हुए किसी अनुभवी डॉक्टर की सलाह काफी जरूरी होती है। सेल्फ केयर और साइकोलॉजिकल सपोर्ट के जरिए इलाज के दौरान मरीज को मानसिक और भावनात्मक तनाव से निपटने में मदद की जा सकती है।

 

आपको बता दें कि कैंसर से बचाव (कैंसर से बचने के उपाय) के लिए कोई निश्चित उपाय नही है। हालांकि लाइफस्टाइल संबंधी कुछ उपाय (कैंसर से बचने के उपाय) करके कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है।

 

  1. शराब का सेवन बंद करना
  2. तंबाकू और निकोटीन का सेवन बंद करना
  3. नियमित एक्सरसाइज करना
  4. हेल्दी डाइट फॉलो करना
  5. विषाक्त पदार्थों से परहेज करना
  6. नियमित तौर पर हेल्थ चेकअप करवाना
  7. 35 साल की उम्र के बाद नियमित कैंसर जांच करवाना
  8. स्ट्रेस और तनाव से दूरी बनाना

 

देखा जाए तो कैंसर के लक्षण दिखने पर कैंसर के रिस्क और कैंसर के प्रकार को जानने के लिए तुरंत डॉक्टरी परामर्श काफी जरूरी कहा जाता है। डॉक्टरी परामर्श के बाद कैंसर के टेस्ट करवाने के लिए डॉ. लाल पैथलैब्स में शेड्यूल बुक करवाएं। शेड्यूल बुक करने के लिए डॉ. लाल पैथलैब्स का ऐप डाउनलोड करें।

 

FAQ

कैंसर के प्रकार मुख्य रूप से कितने होते हैं?

उत्तर – कैंसर के प्रकारों में कार्सिनोमा, सार्कोमा, ल्यूकेमिया, लिम्फोमा और मायलोमा शामिल हैं।

 

कैंसर के लक्षण क्या हैं?

उत्तर – कैंसर के लक्षण मरीजों में कैंसर के प्रकार के आधार पर अलग-अलग दिखते हैं। कैंसर के सामान्य लक्षणों में थकान, वजन में कमी, शरीर में दर्द और त्वचा में असामान्य रूप से वृद्धि शामिल है।

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