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एचसीवी (हेपेटाइटिस सी वायरस), लक्षण, कारण और उपचार

Medically Approved by Dr. Seema

Table of Contents

Hepatitis C: Causes and Symptoms

हेपेटाइटिस सी (Hepatitis C Virus) लीवर को खराब करने वाला एक वायरस इंफेक्शन है ये इंफेक्शन यानी संक्रमण कई प्रकार के वायरस के कारण होता है आम भाषा में इस इंफेक्शन को हेप सी और एचसीवी (HCV) भी कहा जाता है हेपेटाइटिस इंफेक्शन लीवर की क्षमता और कामकाज पर बुरा असर डालता है जिससे लीवर को गंभीर नुकसान पहुंचता है हेपेटाइटिस सी लिवर में सूजन और इंफेक्शन का कारण बनता  है अगर समय पर इसका इलाज हो तो इसके चलते लीवर कई गंभीर बीमारियों का शिकार बन सकता है यूं तो हेपेटाइटिस वायरस पांच तरह का होता है लेकिन इन पांच प्रकारों में हेपेटाइटिस , हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी सबसे प्रचलित वायरस माने जाते हैं इस आर्टिकल में हम हेपेटाइटिस सी के इंफेक्शन, कारण, लक्षण, जांच और इसे मैनेज करने के तरीकों पर बात करेंगे 

क्या है हेपेटाइटिस सी

हेपेटाइटिस सी एक वायरल संक्रमण है जो मुख्य रूप से लीवर को प्रभावित करता है इस वायरस के चलते लीवर में सूजन जाती है और लीवर गंभीर रूप से खराब हो जाता है हेपेटाइटिस सी वायरस इंफेक्शन के चलते होता है जो संक्रमित व्यक्ति के खून के संपर्क में आने से फैलता है हेपेटाइटिस सी के चलते लीवर में सूजन और उसकी क्षमता में कमी आती है समय पर पता चले तो इस इंफेक्शन के चलते लीवर सिरोसिस (liver cirrhosis), लीवर फेलियर (liver failure) और लीवर कैंसर (liver cancer) जैसी गंभीर और जानलेवा बीमारियों के खतरे बढ़ जाते हैं हेपेटाइटिस सी के वायरस की वजह से शरीर में दो तरह के इंफेक्शन होते हैं

 

  1. एक्यूट एचसीवी (Acute HCV) एक्यूट एचसीवी के लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं, ये सामान्य तौर पर शरीर पर देर से दिखते हैं और इसलिए लोग इन्हें नजरंदाज कर बैठते हैं हालांकि इन लक्षणों को शरीर का इम्यून सिस्टम खुद ही छह माह के अंदर ठीक कर देता है 
  2. क्रोनिक एचसीवी(Chronic HCV) जिन लोगों का इम्यून सिस्टम मजबूत नहीं होता और जो बाहरी वायरस से लड़ पाने में नाकाम होते हैं, वो जल्दी क्रोनिक एचसीवी की चपेट में जाते हैं अगर इस इंफेक्शन का सही से इलाज हो सके तो ये जीवन भर भी शरीर में रह सकता है हालांकि इस इंफेक्शन के लक्षण भी काफी समय तक शरीर पर नहीं दिखते हैं, जब तक शरीर में कई तरह की कॉम्प्लिकेशन पैदा हो जाएं क्रोनिक एचसीवी से पीड़ित व्यक्ति को लीवर सिरोसिस का रिस्क बढ़ जाता है जो आगे जाकर लीवर कैंसर या लीवर फेलियर का कारण बन जाता है 

हेपेटाइटिस सी संक्रमण के क्या कारण हैं? 

जब कोई स्वस्थ व्यक्ति हेपेटाइटिस सी से संक्रमित व्यक्ति के खून के संपर्क में आता है तो वो हेपेटाइटिस से संक्रमित हो जाता है ये इंफेक्शन मुख्य रूप से संक्रमित खून के जरिए एक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है हेपेटाइटिस सी इंफेक्शन के कई कारण हैं – 

 

  1. ब्लड ट्रांसफ्यूजन या ऑर्गन ट्रांसप्लांट (Blood transfusion or organ transplant) 
  2. संक्रमित सीरिंज या नीडिल की वजह से (Exposure to infected needles and syringes) 
  3. हेपेटाइटिस सी से संक्रमित मरीज के साथ दवा या सीरिंज शेयर करने के कारण (Sharing drugs or drug needles with infected persons) 
  4. हेपेटाइटिस सी से संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाने से (Having sexual intercourse with an infected person) 
  5. हेपेटाइटिस सी संक्रमित मां से होने वाले बच्चे को (Being born to a mother who has HCV) 

हेपेटाइटिस सी इंफेक्शन के लक्षण क्या हैं?

हेपेटाइटिस सी इंफेक्शन के लक्षण इस प्रकार हैं – 

 

एक्यूट एचसीवी के लक्षण

  

  1. पेट में दर्द होना (Abdominal pain) 
  2. मरीज को थकान और कमजोरी महसूस होना (Fatigue and body pain) 
  3. पीलिया, आंखों और त्वचा का पीला पड़ जाना (Jaundice or yellowing of eyes and skin) 
  4. स्टूल यानी मल का गहरे भूरे रंग का होना (Grey-coloured stool) 
  5. यूरिन का रंग गहरा हो जाना (dark-coloured urine) 
  6. भूख मर जाना (Loss of appetite) 
  7. जी मिचलाना (nausea) 

 

क्रोनिक एचसीवी इंफेक्शन के लक्षण

 

  1. अत्यधिक ब्लीडिंग होना (Excessive bleeding) 
  2. कंफ्यूजन और व्यवहार में एकाएक बदलाव होना (Confusion and changes in behaviour) 
  3. हथेलियों पर लालिमा उभर कर आना (Redness on palms) 
  4. स्किन पर नसों का जाला सा दिखना (Appearance of spider-like veins in skin) 
  5. एकाएक वजन बढ़ने लगना (Unexplained weight gain) 
  6. उल्टी में खून आना (Bloody vomit) 

हेपाटाइटिस सी की जांच कैसे की जाती है?

हेपेटाइटिस सी वायरस टेस्ट को एचसीवी टेस्ट कहा जाता है इस टेस्ट में ब्लड टेस्ट के जरिए शरीर में हेपेटाइटिस सी के वायरस और एंटीबॉडीज का पता लगाया जाता है एचसीवी टेस्ट कई तरह के होते हैं

 

1. एचसीवी एंटीबॉडी टेस्ट (HCV antibody test) इस टेस्ट में बॉडी में एंटीबॉडी का पता लगाया जाता है ये हेपेटाइटिस सी के लिए किया जाने वाला प्रारंभिक टेस्ट कहा जाता है 

2. रैपिड टेस्ट (Rapid test) इस टेस्ट के जरिए शरीर में वायरस का पता महज आधे घंटे के भीतर लगाया जा सकता है 

3. न्यूक्लिक एसिड टेस्ट (Nucleic Acid Test) इस टेस्ट के जरिए शरीर के खून में एचसीवी आरएनए (HCV RNA) की मौजूदगी और उसके लेवल का पता लगाया जाता है 

 

हेपेटाइटिस सी से कैसे बचा जा सकता है

 

देखा जाए तो इस समय एचसीवी से बचाव के लिए मेडिकल जगत में कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है संक्रमित व्यक्ति के खून से बचकर ही इसे रोका जा सकता है एचसीवी संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं –  

 

  1. मेडिकल डिस्पोजल का सही से निपटान करना 
  2. स्टेराइल की गई सुइयों और सीरिंज का उपयोग करना 
  3. संभोग करते समय प्रोटेक्शन का सही उपयोग करना 
  4. दान किए गए खून को इस्तेमाल करने से पहले उसकी जांच करना 

 

हेपेटाइटिस संक्रमण लीवर की गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है इसकी रोकथाम और मैनेजमेंट के लिए जरूरी है कि इसके कारणों और लक्षणों को समय रहते पहचानना काफी महत्वपूर्ण है यदि किसी व्यक्ति में हेपेटाइटिस सी इंफेक्शन के लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें किसी भी गंभीर स्थिति से बचने के लिए डॉ लाल पैथलेब्स में हेपेटाइटिस सी वायरस टेस्ट बुक करवाएं  

FAQs

1. क्या हेपेटाइटिस सी के इलाज के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध है?

नहीं, हेपेटाइटिस सी के इलाज के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है संक्रमित खून से बचाव करके ही इसे रोका जा सकता है 

2. हेपेटाइटिस सी इंफेक्शन का मुख्य कारण क्या है?  

हेपेटाइटिस सी इंफेक्शन से संक्रमित मरीज का खून या फ्लुइड (शरीर का तरल पदार्थ) अगर स्वस्थ व्यक्ति के संपर्क में आता है तो स्वस्थ व्यकति भी हेपेटाइटिस सी इंफेक्शन से संक्रमित हो जाता है 

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