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विटामिन बी12 की कमी: कारण लक्षण और उपचार | Dr Lal PathLabs Blogs

Medically Approved by Dr. Seema

Table of Contents

विटामिन बी12 (Vitamin B12 in Hindi) शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण विटामिन है जिसे कोबामलीन भी कहा जाता है। ये एक घुलनशील विटामिन है जो शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने के साथ साथ नर्वस सिस्टम की देखरेख करता है और हेल्दी डीएनए का निर्माण करता है। ये विटामिन शरीर को पर्याप्त एनर्जी देता है जिससे शरीर रोजमर्रा के कामकाज आराम से कर पाता है। आपको बता दें कि इस विटामिन का उत्पादन शरीर में नहीं हो सकता है और इसे डाइट और सप्लीमेंट्स के जरिए ही प्राप्त किया जा सकता है। शरीर में अगर इस विटीमिन की कमी हो जाए तो शरीर कई गंभीर बीमारियों (विटामिन बी12 की कमी से होने वाले रोग) का शिकार हो सकता है। भारत जैसे देश में लगभग 47 फीसदी वयस्क विटामिन बी12 की कमी से ग्रसित हैं। इस विटामिन की कमी का मुख्य कारण शरीर में इसका धीमा या कम अवशोषण है। भारी और शाकाहारी भोजन के चलते शरीर में इस विटामिन का धीमा अवशोषण होता है जिससे शरीर में इसकी कमी हो जाती है। इस विटामिन की कमी को अगर नजरंदाज (विटामिन बी12 की कमी से होने वाले रोग) किया जाए तो इससे शरीर में एनर्जी की कमी, मेटाबॉलिज्म के सिस्टम में गड़बड़ी, नर्वस सिस्टम में कमजोरी आ जाती है। इस लेख में जानते हैं कि विटामिन बी12 की कमी क्यों होती है और इसकी कमी के लक्षण किस प्रकार दिखते हैं। साथ ही जानेंगे कि इसे कैसे दूर किया जा सकता है।

विटामिन बी12 की कमी क्या है?

 

विटामिन बी12 का कम होना ऐसी मेडिकल कंडीशन है जिसमें शरीर को जरूरी जैविक कामकाज के लिए इसकी जरूरी खुराक नहीं मिल पाती है। अधिकांश लैब में शरीर में 300PG/ML से ज्यादा विटामिन बी12 के स्तर को सामान्य माना जाता है। देखा जाए तो इसकी औसत सीमा 200 PG/ML है। इससे नीचे के स्तर को शरीर में इस विटामिन की कमी के तौर पर देखा जाता है। विटामिन बी12 शरीर में रेड ब्लड सेल्स का निर्माण करता है और स्वस्थ नर्वस सिस्टम के लिए भी इसकी जरूरत पड़ती है। इसके अलावा विटामिन बी12 डीएनए सिंथेसिस के साथ साथ शरीर को जरूरी एनर्जी भी प्रदान करता है। देखा जाए तो एक व्यक्ति को प्रतिदिन लगभग 2.4 माइकोग्राम विटामिन बी12 की जरूरत होती है। इस जरूरत की पूर्ति डेयरी प्रोडक्ट जैसे अंडे और दूध के साथ साथ मांस और फोर्टिफाइड आहार के जरिए की जा सकती है। ये विटामिन एक बार शरीर में जाने पर पेट में रिलीज होता है। इसके बाद ये पेट से मिलने वाले प्रोटीन और इंट्रिन्सिक फैक्टर की मदद से छोटी आंत में ऑब्जर्ब यानी अवशोषित हो जाता है।

For English Read Symptoms of Vitamin B12 Deficiency

 

विटामिन बी12 की कमी क्यों होती है?

 

विटामिन बी12 की कमी के पीछे कुछ मेडिकल कंडीशन और लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतें शामिल हैं। इसकी कमी के कुछ कारण इस प्रकार हैं –

  1. असंतुलित डाइट – असंतुलित डाइट यानी अपने भोजन में विटामिन बी12 आहार का सेवन न करना इस विटामिन की कमी का मुख्य कारण है। इससे शरीर को इस विटामिन की जरूरी खुराक नहीं मिल पाती है।
  2. पाचन संबंधी डिस्ऑर्डर – क्रोहन डिजीज और सीलिएक डिजीज जैसे डिस्ऑर्डर के कारण आंतों में विटामिन बी12 का पर्याप्त अवशोषण नहीं हो पाता है। इससे शरीर में इस विटामिन की कमी हो जाती है।
  3. गैस्ट्रिक समस्याएं – गैस्ट्रिक दिक्कतें जैसे पेट की परत में सूजन आने से हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उत्पादन कम होने लगता है। इससे शरीर में विटामिन बी12 की रिलीज पर बुरा असर पड़ता है और शरीर में इस विटामिन की कमी होने लगती है।

For English Read Foods Rich in Vitamin B12

 

विटामिन बी12 की कमी के लक्षण क्या हैं?

 

शरीर में विटामिन बी12 के कम होने पर इसके कई लक्षण दिखने लगते हैं। विटामिन बी12 की कमी के लक्षण आमतौर पर धीरे धीरे डेवलप होते हैं। विटामिन बी12 के कम होने के लक्षण तीन चरणों में दिखाई देते हैं। फिजिकल, न्यूरोलॉजिकल और साइकोलॉजिकल। ये लक्षण इस प्रकार हैं –

  1. शारीरिक लक्षण – शरीर में विटामिन बी12 कम होने पर व्यक्ति थकान, कमजोरी महसूस करने लगता है। त्वचा पर पीलापन, (विटामिन बी12 की कमी से होने वाले रोग) मुंह में छाले होना और जीभ में दर्द विटामिन बी12 के कम होने का संकेत है।
  2. नर्वस सिस्टम के लक्षण – विटामिन बी12 के कम होने से नर्वस सिस्टम से जुड़े लक्षण दिखते हैं, जैसे हाथ और पैरों में झुनझुनाहट होना, संतुलन में कमी आना, नजर धुंधली होना आदि।
  3. मनोवैज्ञानिक लक्षण – विटामिन बी12 के कम होने से मूड में बदलाव (विटामिन बी12 की कमी से होने वाले रोग) आने लगता है। इससे चिड़चिड़ापन, डिप्रेशन, याद्दाश्त में कमी आदि के लक्षण दिखने लगते हैं। इससे मेगालोब्लास्टिक एनीमिया भी हो सकता है। इससे शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है।

विटामिन बी12 की कमी से कैसे बचाव करें?

 

आमतौर पर लाइफ्सटाइल में संतुलित बदलाव करके शरीर में विटामिन बी12 के कम होने की कंडीशन को रोका जा सकता है। इसकी कमी से बचने के उपाय इस प्रकार हैं –

  1. पशु आधारित खाद्य पदार्थ जैसे मांस, मछली, अंडा का सेवन करें। डेयरी उत्पाद का सेवन करें। इससे ये शरीर में आसानी से अवशोषित होता है।
  2. अगर पशु आधारित खाद्य पदार्थ का सेवन नहीं कर सकते हैं तो डाइट में अनाज और ब्रेड जैसे फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ शामिल करें। इससे शरीर को पर्याप्त विटामिन बी12 की पूर्ति होती है।
  3. अगर आहार के जरिए शरीर में विटामिन बी12 की पर्याप्त खुराक नहीं मिल पा रही है तो डॉक्टर की सलाह पर इस विटामिन के सप्लीमेंट्स या इंजेक्शन लगवाए जा सकते हैं।

विटामिन बी12 की कमी के लक्षणों को समय रहते पहचान कर इसकी जटिलताओं (Vitamin B12 in Hindi) से बचा जा सकता है। विटामिन बी12 टेस्ट के लिए डॉ. लाल पैथलैब्स में शेड्यूल बुक करें। शेड्यूल बुक करने के लिए डॉ. लाल पैथलैब्स का ऐप डाउनलोड करें।

FAQ

 

क्या विटामिन बी12 की कमी कैंसर जैसी बीमारी का संकेत हो सकती है?

ज्यादातर मामलों में शरीर में विटामिन बी12 की कमी कैंसर का संकेत नहीं देती है। लेकिन कुछ एक मामलों में यह डाइजेस्टिव सिस्टम या ब्लड से रिलेटेड किसी कैंसर से जुड़ी हो सकती है।

विटामिन बी12 की कमी दूर होने में कितना समय लगता है?

शरीर में विटामिन बी12 की कमी और मरीज की कंडीशन के आधार पर इससे उबरने में कुछ हफ्ते से लेकर कुछ महीनों तक का समय लग सकता है।

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