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टेस्टोस्टेरोन क्या है? जानिए इसका कार्य और महत्व

Medically Approved by Dr. Seema

Table of Contents

टेस्टोस्टेरोन (testosterone meaning in hindi) एक सेक्स हॉर्मोन है जो महिला और पुरुष दोनों के शरीर में पाया जाता है। हालांकि महिलाओं के शरीर में इसका स्तर पुरुषों के मुकाबले काफी कम होता है। टेस्टोस्टेरोन हार्मोन (testosterone meaning in hindi) का मुख्य काम पुरुषों की यौन क्षमता और प्रजनन संबंधी सेहत को मजबूत बनाना और शारीरिक विकास को मैनेज करना है। इस हार्मोन (testosterone meaning in hindi) का उत्पादन गोनाड यानी सेक्स ऑर्गन जैसे अंडकोष और अंडाशय में होता है और इसे एनाबॉलिक स्टेरॉयड भी कहा जाता है।

 

टेस्टोस्टेरोन हार्मोन पुरुषों की शारीरिक सेहत के साथ साथ एनर्जी लेवल ऊंचा रखने और मूड को बेहतर बनाए रखने के लिए भी जिम्मेदार होता है। महिलाएं हों या पुरुष, टेस्टोस्टेरोन हार्मोन (testosterone meaning in hindi) सभी के शरीर को स्वस्थ और एनर्जी से भरपूर बनाए रखता है। इस लेख में जानते हैं कि टेस्टोस्टेरोन क्या है और टेस्टोस्टेरोन का कार्य क्या होता है।

 

टेस्टोस्टेरोन क्या है?

 

टेस्टोस्टेरोन (testosterone meaning in hindi) ऐसा नेचुरल हार्मोन है जो पुरुषों के अंडकोष और महिलाओं के अंडाशय में बनता है। टेस्टोस्टेरोन की मदद से पुरुषों का शारीरिक विकास होता है और प्रजनन संबंधी काम यानी रिप्रोडक्टिव फंक्शन होते हैं। इस हार्मोन की कुछ मात्रा एड्रेनल ग्लैंड में भी बनती हैं। टेस्टोस्टेरोन (testosterone meaning in hindi) एंड्रोजन गुट का एक स्टेरॉइड हार्मोन है और पुरुषों की भारी आवाज, चेहरे के बाल जैसे यौन लक्षणों के विकास में मुख्य भूमिका निभाता है। इसका मुख्य काम रिप्रोडक्टिव वैल्यू बढ़ाना यानी प्रजनन क्षमता का इजाफा करना है।

 

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टेस्टोस्टेरोन का कार्य क्या है?

 

यूं तो टेस्टोस्टेरोन (testosterone meaning in hindi) पुरुष और महिला दोनों में ही पाया जाता है लेकिन महिलाओं में इसका स्तर काफी कम होता है। इसका मुख्य काम पुरुषों के शारीरिक विकास और यौनेच्छा के विकास से जुड़ा है। टेस्टोस्टेरोन के कार्य इस प्रकार हैं –

 

  1. शुक्राणु उत्पादन (Sperm Production) – टेस्टोस्टेरोन पुरुषों के शरीर में शुक्राणु उत्पादन का काम करता है। प्रजनन के लिए शुक्राणुओं का उत्पादन काफी जरूरी होता है।
  2. कामेच्छा बढ़ाना (Enhanced Libido Power) – पुरुषों में योनेच्छा यानी लिबिडो पावर को बढ़ाने का काम भी इसी हार्मोन के जिम्मे है। अगर किसी पुरुष के शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम है तो उसकी कामेच्छा कम होने लगती है।
  3. शारीरिक विशेषताओं का विकास (Development of Male Characteristics) – पुरुषों की कई शारीरिक विशेषताएं जैसे गहरी और भारी आवाज, चेहरे पर बाल, दाढ़ी और मूंछ, छाती और शरीर के अन्य हिस्सों पर बाल, रिप्रोडक्टिव टिश्यूज के विकास में इस हार्मोन की अहम भूमिका होती है।
  4. मांसपेशियां का विकास और देखभाल (Building and Maintenance of Muscle Mass) – ये हार्मोन पुरुषों के शरीर में प्रोटीन के सिंथेनाइजेशन यानी संश्लेषण को बढ़ाता देता है। इससे मांसपेशियां मजबूत होती हैं और हड्डियों का घनत्व बढ़ता है।
  5. महिलाओं के स्वास्थ्य में योगदान – हालांकि टेस्टोस्टेरोन (testosterone meaning in hindi) महिलाओं के शरीर में पुरुषों के मुकाबले काफी कम होता है लेकिन फिर भी ये महिलाओं के लिए काफी अहम होता है, जैसे
  6. कामेच्छा में इजाफा (Increases libido)
  7. मांसपेशियों की मजबूती बढ़ाने का काम (Increases muscle strength)
  8. ओवेरियन ग्रंथि यानी ग्लैंड के कामकाज को सपोर्ट करना (Supports the functioning of the ovarian glands)
  9. पीरियड्स को नियमित करने का काम (Regulates periods Cycle)
  10. प्रजनन क्षमता को मजबूत करना (Strengthens fertility)
  11. योनि के ऊतको यानी वेजिनल टिश्यूज की सेहत का ख्याल रखना (Maintains the health of vaginal tissue)
  12. ब्रेस्ट टिश्यू के रख रखाव में मदद करना (Helps in the maintenance of breast tissue)

 

टेस्टोस्टोरोन क्यों महत्वपूर्ण है?

 

आम भाषा में टेस्टोस्टेरोन को मेल हार्मोन (testosterone meaning in hindi) भी कहा जाता है क्योंकि पुरुषों की सभी विशेषताएं इसी हार्मोन के चलते बढ़ती हैं। हालांकि ये हार्मोन पुरुषों में ज्यादा होता है लेकिन इसकी अहमियत (टेस्टोस्टोरोन का कार्य) महिला और पुरुष दोनों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होती हे। टेस्टोस्टेरोन हार्मोन इन वजहों से ओवरओल हेल्थ के लिए महत्वपूर्ण साबित होता है –

 

  1. स्वस्थ और मजबूत मेटाब़ॉलिज्म के लिए (Maintaining a healthy metabolism level) – इस हार्मोन की मदद से शरीर के मेटाबॉलिज्म का स्तर सही रहता है और मेटाबॉलिक पावर बढ़ती है।
  2. स्वस्थ यौन और प्रजनन संबंधी सेहत के नियमन के लिए (Supporting sexual and reproductive health) संपूर्ण यौन स्वास्थ्य यानी सेक्सुएल हेल्थ और रिप्रोडक्टिव हेल्थ के लिए ये हार्मोन काफी जरूरी होता है।
  3. कंजक्टिव फंक्शनिंग को बढावा देना (Promoting ideal cognitive functioning) – कंजक्टिव फंक्शनिंग यानी मेंटल हेल्थ से जुड़ी आदर्श प्रक्रिया को बढ़ावा देने में इस हार्मोन की अहम भूमिका होती है।
  4. ऊर्जा में बढ़ोतरी करना (Boosting energy levels) – शरीर में ऊर्जा यानी एनर्जी के सही स्तर को बनाए रखने में भी इस हार्मोन की बड़ी भूमिका होती है।

 

देखा जाए तो टेस्टोस्टेरोन शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए काफी महत्वपूर्ण हार्मोन (टेस्टोस्टोरोन का कार्य) कहा जाता है। ऐसे में जरूरी है कि शरीर में इस हार्मोन के स्तर की लगातार और सटीक निगरानी की जाए। शरीर में इसका असामान्य स्तर दिखने पर सेक्सुअल और रिप्रोडक्टिव हेल्थ से जुड़े कई रिस्क पैदा हो सकते हैं। टेस्टोस्टोरेन (टेस्टोस्टेरोन kya hota hai) की नियमित जांच और निगरानी की मदद से किसी भी व्यक्ति के हार्मोन प्रोफाइल और संपूर्ण प्रजनन स्वास्थ्य को मजबूत बनाए रखा जा सकता है। टेस्टोस्टेरोन टेस्ट (testosterone test) के लिए आज ही डॉ. लाल पैथलैब्स में शैड्यूल बुक करें। शैड्यूल बुक करने के लिए डॉ. लाल पैथलैब्स का ऐप डाउनलोड करें।

 

FAQ

 

टेस्टोस्टेरोन टेस्ट की सलाह कब दी जाती है?

 

हेल्थ प्रोफेशनल टेस्टोस्टेरोन टेस्ट (testosterone meaning in hindi) की सलाह तब देते हैं जब किसी व्यक्ति के शरीर में यौनेच्छा में कमी, शारीरिक थकावट, इरेक्टाइल डिस्फंकशन या पीसीओएस के संकेत देख रहे हों।

 

टेस्टोस्टेरोन टेस्ट का रिजल्ट क्या संकेत देता है?

 

टेस्टोस्टेरोन टेस्ट (testosterone test) में किसी भी असामान्यता का दिखना हार्मोनल असंतुलन, प्रजनन संबंधी दिकक्तें या दूसरी कई समस्याओं का संकेत हो सकता है।

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