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गर्मी से संबंधित बीमारियां : कारण, लक्षण और बचाव

Medically Approved by Dr. Seema

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गर्मी का मौसम आती ही कई तरह की बीमारियां शरीर को घेर लेती हैं। गर्म मौसम में तेज धूप, ज्यादा तापमान, लंबे दिन और शरीर में पानी की कमी शरीर को गर्म कर देती है। इस दौरान शरीर को ठंडा रखने में दिक्कत होती है जिससे कई तरह की शारीरिक स्थितियां पैदा हो जाती हैं। इन्हें गर्मी की बीमारियां कहा जाता है। गर्मी की बीमारियों से संबंधित लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। गर्मी की कुछ बीमारियां आराम परहेज और घरेलू उपचारों से ठीक हो जाती हैं। दूसरी तरफ मध्यम औऱ गंभीर स्थितियों में तत्काल डॉक्टरी सलाह और उपचार की जरूरत पड़ती है। चलिए इस लेख में जानते हैं कि गर्मी से संबंधित बीमारियां क्या हैं और इनके कारण क्या हैं। इसके साथ साथ जानेंगे इन बीमारियों के लक्षण औऱ बचाव के उपाय के बारे में सब कुछ। सटीक मेडिकल जांच और हेल्थ से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए डॉ. लाल पैथलेब्स का ऐप डाउनलोड कीजिए।

 

गर्मी से संबंधित बीमारियां क्या हैं?

 

गर्मी से संबंधित बीमारियां तब होती हैं जब गर्म तापमान के चलते शरीर खुद को ठंडा रखने और तापमान को नियंत्रित रखने के लिए संघर्ष करने लगता है। जब तापमान बहुत ज्यादा होता है तो शरीर निढाल हो जाता है। उसे खुद को ठंडा रखने के लिए अतिरिक्त मदद की जरूरत पड़ती है। ऐसे में जब मदद न मिले तो शरीर हीट स्ट्रोक, हीट क्रैंप या डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाता है। ये गंभीर स्थितियां है जिनके लिए तत्काल मेडिकल मदद की जरूरत पड़ती है।

 

गर्मी से होने वाली बीमारियां कितने प्रकार की होती हैं?

 

गर्मी से होने वाली बीमारियां चार प्रकार की होती हैं। ये बीमारियां हर व्यक्ति पर अलग अलग तरह से असर करती हैं। ये बीमारियां हल्की से गंभीर हो सकती हैं जो शरीर पर निर्भर करता है। ये बीमारियां इस प्रकार हैं –

 

  1. हीट रैश – गर्मी के चलते स्किन पर छोटे छोटे दाने हो जाते हैं औऱ इन दानों में खुजली होने लगती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पसीना त्वचा से बाहर नहीं निकल पाता है। इस बीमारी को आम भाषा में घमौरी भी कहा जाता है और ये आमतौर पर बच्चों को ज्यादा निकलती है।
  2. हीट क्रैंप – हीट क्रैंप में ज्यादा देर तक धूप या गर्मी में रहने के कारण शरीर का तापमान थोड़ा बढ़ जाता है।
  3. हीट एग्जॉशन – हीट एग्जॉशन में गर्मी के चलते शरीर थकावट का शिकार होता है। ऐसा तब होता है जब शरीर ज्यादा गर्म मौसम में ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी करता है। इससे शरीर का तापमान बढ़ जाता है।
  4. हीट स्ट्रोक इसे आम भाषा में लू लगना भी कहते हैं। ज्यादा गर्म मौसम में ज्यादा देर तक धूप में रहने या ज्यादा कामकाज के चलते हीट स्ट्रोक होता है। देखा जाए तो दूसरी बीमारियों की तुलना में हीट स्ट्रोक कई बार जानलेवा तक साबित हो सकती है।

 

गर्मी संबंधित बीमारियों के क्या कारण हैं?

गर्मी से संबंधित बीमारियां तब हमला करती है जब शरीर को खुद को ठंडा रखने की प्रणाली नाकामयाब हो जाती है। आमतौर पर गर्म मौसम में शरीर खुद को नेचुरली खुद ही ठंडा कर लेता है। लेकिन अगर मौसम ज्यादा गर्म हो। ह्यूमिडिटी यानी आद्रता ज्यादा हो और तापमान अधिक हो तो शरीर खुद को ठंडा रखने में फेल हो जाता है। इसके चलते गर्मी से संबंधित बीमारियां शरीर पर हमला कर देती हैं।

 

गर्मी से संबंधित बीमारियों के लक्षण क्या हैं?

गर्मी से संबंधित बीमारियों के लक्षण व्यक्ति की सेहत और बीमारी की गंभीरता पर निर्भर करते हैं। अलग अलग लोगों में इसके लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। गर्मी से संबंधित बीमारियों के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं –

 

  1. मांसपेशियों में ऐंठन होना (Muscle cramping)
  2. चक्कर आना (Dizziness)
  3. कमजोरी महसूस होना (Weakness)
  4. भ्रम की स्थिति पैदा होना (Confusion)
  5. नजर धुंधली होना (Blurred vision)
  6. मतली या उल्टी महसूस होना (Nausea)
  7. सिर में दर्द रहना (Headache)
  8. ज्यादा पसीना आना (Excessive sweating)
  9. बुखार होना (Fever)
  10. भूख मर जाना (Lost of Appetite)
  11. दिल की धड़कन तेज होना (Fast Heart Beat)
  12. सांसें तेज चलना (heavy breathing)
  13. स्किन गर्म। सूखी और लाल होना (Skin becomes hot। dry and red)

 

अधिक जानकारी के लिए, ग्रीष्मकालीन बीमारियों के बारे में पढ़ें

 

गर्मी से संबंधित बीमारियों से बचाव किस तरह किया जा सकता है?

 

गर्मी से संबंधित बीमारियों के रिस्क को कम करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं। ये उपाय इस प्रकार हैं –

 

  1. गर्मी के मौसम में सूती, ढीले ढाले और हल्के रंग के कपड़े पहनें।
  2. डिहाइड्रेशन से बचने के लिए दिन में पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें।
  3. पानी के साथ साथ दूसरे तरल पदार्थ जैसे नारियल पानी, छाछ और नींबू पानी का सेवन करते रहें। जरूरत हो तो इलेक्ट्रोलाइट्स ले सकते हैं।
  4. गर्म मौसम में ज्यादा देर तक न रहें।
  5. धूप में ज्यादा वक्त तक न रहें।
  6. गर्म मौसम में ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी न करें।
  7. अपने घर का तापमान पंखे, कूलर या एयर कंडीशनर के जरिए ठंडा रखें।
  8. गर्म मौसम में समय बिताने के बाद ठंडे पानी से स्नान करें।
  9. पानी से भरपूर फलों औऱ सब्जियों को डाइट में शामिल करें।
  10. ज्यादा कैफीन का सेवन न करें।

 

ज्यादा गर्म मौसम में गर्मी संबंधित बीमारियां होना आम बात है। तापमान अधिक होने पर ये बीमारियां किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती हैं। गर्मी से संबंधित बीमारियों के लक्षणों को पहचान कर इनसे बचाव और उपचार काफी महत्वपूर्ण है। इससे बचाव के लिए हाइड्रेट रहना और गर्म मौसम में ज्यादा शारीरिक मेहनत करने से बचना जरूरी है। अगर गर्मी से संबंधित बीमारियों में गंभीरता बढ़ती है तो तुरंत डॉक्टरी सलाह लेनी जरूरी हो जाती है। गर्मी से जुड़ी सामान्य बीमारियों में डॉक्टरी सलाह के बाद डॉ. लाल पैथलैब्स में टेस्ट बुक करवा सकते हैं। टेस्ट बुक करने के लिए डॉ. लाल पैथलेब्स का ऐप डाउनलोड करें।

 

FAQ

हीट स्ट्रोक होने पर कैसा महसूस होता है?
हीट स्ट्रोक होने पर बैचेनी, थकान, बोलने में दिक्कत या चिड़चिड़ापन महसूस होता है।

 

शरीर की गर्मी को कैसे दूर किया जा सकता है?
गर्मी दूर करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर, हवादार कपड़े पहनकर, स्नान करके और तरल पदार्थों के सेवन से शरीर को ठंडा रखा जा सकता है।

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